कोरोनावायरस महामारी के कारण, एनर्जी मार्केट पूरी तरह चरमरा गया है, इसीलिए मार्केट में संतुलन बनाये रखने के लिए तेल उत्पाद करने वाले देशों ने तेल के उत्पाद में तीन तिहाई की कमी कर दी है। नाइजीरिया और इराक ने स्थापित कोटा को पूरा नही किया जिसके कारण आंकड़ो में कमी आ गयी।
OPEC ने आवश्यकताओं का पालन किया
तेल की मांग में अभूतपूर्व कमी के मध्यनजर तेल के उत्पाद में भारी गिरावट दिखाई दे रही है। कुछ OPEC+ देशों ने कुल मिलाकर मई और जून में तेल के उत्पाद में 9.7 मिलियन बैरल की कमी कर दी है। इस गठबंधन के प्रतिनिधियों को जल्द ही मार्केट को स्थिर करने के लिए सभी उपायों पर चर्चा करनी चाहिए। एक महत्वपूर्ण मुद्दा यह होगा कि इस कमी के समझौते को कुछ महीनों के लिए बढ़ा दिया जाये, क्योंकि इस महामारी के कारण तेल के कई बिलियन बैरल जमा हो गए हैं जिन्हें मार्केट से जल्द से जल्द हटाना होगा।
2020 की शुरआत से तेल के उत्पाद में सबसे भारी गिरावट मई के महीने में देखने को मिली- OPEC ने उत्पाद को प्रति दिन 5.84 मिलियन बैरल से कम कर दिया और अब यह प्रति दिन 24.6 मिलियन बैरल पर है।
मार्केट को जल्द से जल्द बहाल करने के लिए सऊदी अरब ने तेल के उत्पाद को 2.89 मिलियन बैरल प्रति दिन से कम कर दिया और अब यह 8.7 मिलियन पर है। संयुक्त अरब अमीरात और कुवैत ने इस महीने संयुक्त रूप से 1.2 मिलियन बैरल कम करने का वादा किया है।
लेकिन कुछ अभी भी पीछे हैं।
लेकिन इराक और नाइजीरिया ने इस समझौते का पालन जैसा होना चाहिए वैसा नही किया। इराक ने अपनी जिम्मेदारी का 42% पालन किया और नाइजीरिया ने बस 34%। इसके कारण परिणाम पर असर पड़ा है। ऐसी स्थिति का सामना पहले भी हो चुका है जिसके कारण OPEC देशों ने इराक और नाइजीरिया की आलोचना भी की है।
इस ऑनलाइन होने वाले समझौते की तारीख का निर्णय अभी तक नही हुआ है, यह शायद OPEC के चेयरमैन और अल्जीरिया के ऊर्जा मंत्री मोहम्मद अर्कब के सुझाव के अनुसार जून 4 को हो सकता है। मंत्रीगण और दो महीनों के लिए उत्पादन प्रतिबंधों के विस्तार की संभावना पर चर्चा करेंगे। इसके साथ हीं ये देश प्रति दिन तेल के उत्पाद को 8 मिलियन बैरल कम करेंगे जो इस साल के अंत तक चलेगा।