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FX.co ★ फेड की मीटिंग के निर्णयों की घोषणा से पहले डॉलर कमज़ोर हो गया

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विदेशी मुद्रा विश्लेषण:::2020-06-10T16:12:06

फेड की मीटिंग के निर्णयों की घोषणा से पहले डॉलर कमज़ोर हो गया

कल अमेरिकी इंडेक्स की गतिविधियों में तेजी देखने को मिली, यह 97.02 के लेवल तक पहुँच गया, लेकिन फिर यह तेजी से मुड़ा और तेजी से नीचे की ओर चला गया, इससे 3 महीने की निचले स्तर पर यह 96वें फिगर तक गिर गया। इस गतिविधि में बदलाव का मुख्य कारण फेड की मीटिंग के निर्णय के बारे में उड़ती हुई अफवाह थी।

अमेरिकी डॉलर के लगातार कमज़ोर होने का एक कारण यह खबर है कि फेड ने बिज़नेस लेंडिंग प्रोग्राम के विस्तार के बारे में निर्णय लिया है, इसका मुख्य उद्देश्य छोटे और मीडियम वर्ग के बिज़नेस की मदद करना है जिनको कोरोनोवायरस महामारी के दौरान सबसे अधिक घाटे का सामना करना पड़ा है। फेड के सदस्यों ने सबसे कम लोन की राशि को $500 हज़ार से घटा कर $250 हज़ार कर दिया है, और लोन के टर्म को 4 साल से बढ़ा कर 5 साल कर दिया है, इसके साथ हीं लोन को चुकाने की अवधि को भी बढ़ा दिया गया है ( 1 साल से बढ़ा कर दो साल)। लघु और मध्यम बिज़नेस के लोन में भी फेड के शेयर को बढ़ा कर 95% कर दिया गया है।

फेड की मीटिंग के निर्णयों की घोषणा से पहले डॉलर कमज़ोर हो गया

यह खबर अमेरिकी लेबर मार्केट के लिये काफी सकारात्मक साबित हुई, क्योंकि इससे पहले लघु और मध्यम वर्गीय बिज़नेस को इस प्रोग्राम के द्वारा ओपन मार्केट में सेक्युरिटी खरीदने का सहयोग नही मिल पाता था। इस प्रोग्राम के विस्तार से न केवल कर्मचारी की संख्या बढ़ेगी बल्कि बेरोजगारी के आंकड़ो में भी कमी आयेगी। दुर्भाग्य से, इस फैसले के कारण डॉलर सकारात्मक रवैया नही दिखा रहा था, इसके बजाय वित्तीय नीति के लिये फेड की प्रतिबद्धता से इसने नकारात्मक रुख अपनाया।

अफवाहों की माने तो फेड ट्रेज़री के संबंध में बैंक ऑफ जापान और रिजर्व बैंक ऑफ ऑस्ट्रेलिया के नक्शेकदम पर चलने के लिए तैयार है। मई में भी इस तरह की बात उठी थी, लेकिन फेड की पिछले मीटिंग के बाद से यह ज्यादा गंभीर हो गया है। ब्लूमबर्ग के द्वारा प्रकाशित किये गए डेटा के अनुसार कई विशेषज्ञों का मानना है कि फेड जल्द ही आवश्यक मात्रा में खरीदकर ट्रेजरी बांड की यील्ड को सीमित कर देगा। इस स्थिति की संभावना को फेड के कई प्रतिनिधियों ने विशेष रूप से गवर्नर लेल ब्रेनार्ड ने सत्य माना। इसके साथ हीं फेड उपाध्यक्ष रिचर्ड क्लेरिडा ने इसी से संबंधित एक प्रश्न का जवाब देते हुए कहा रेगूलेटर "अन्य केंद्रीय बैंकों के समान अनुभवों" को अध्ययन करने की योजना बना रहा है।

इस बीच, फेड के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने पिछले महीने बार बार इस बात को दोहराया है कि जब तक कोरोनावायरस महामारी पूरी तरह खत्म नही हो जाती है उस समय तक वित्तीय उत्तेजना में कमी नही आने पाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो फेड "सभी संसाधनों का प्रयोग" करेगा अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए। अतः, अधिक संभावना इस बात की है नॉनफार्म पैरोल की वैल्यूज को अनदेखा किया जायेगा ( खासकर तब जब इन्फ्लेशन आज रेड ज़ोन से बाहर निकलता है) और "उपलब्ध साधनों" पर विस्तृत चर्चा की जाएगी।

जहाँ तक नॉनफार्म पैरोल की बात है, अमेरिकी लेबर मार्केट का डेटा अनुमान से भी अच्छा आया। दुर्भाग्य से, बुल फिर भी भारी पड़ रहे थे, और कई विशेषज्ञों की राय के अनुसार बस मई के नॉनफॉर्म डेटा के आधार पर जून की मीटिंग के लिए मार्केट को बहुत उम्मीद थी। इसीलिए कुछ कुछ समर्थकों के अनुसार, चूंकि पॉवेल केवल अमेरिकी श्रम बाजार पर मजबूत रिपोर्टों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, फेड जल्द हीं एक्सट्रीम इंसेंटिव मेजर से बाहर निकलने की कोशिश करेगा।

वहीं दूसरी परिस्थिति में चूँकि फेड ने अपने बिज़नेस लेंडिंग प्रोग्राम में विस्तार किया है, स्टिमल्स पॉलिसी रेगूलेटर की "रीढ़" मानी जाती है। इसके साथ हीं, बेरोजगारी पहले हीं 13.3% पहुँच चुका है, यह पिछली मंदी के चरम से भी ज्यादा है। अगर इंडीकेटर अनुमान से भी ज्यादा अच्छे आ गये फिर भी लेबर मार्केट में तबाही की स्थिति अभी भी आ सकती है। हालिया घटनाओं से उपभोगता की मांग पर खराब असर पड़ेगा जिसके सीधा प्रभाव से कंपनियों के प्रॉफिट पर बुरा असर पड़ेगा।

अतः इसके परिणामस्वरूप USD इंडेक्स पर दवाब बढ़ गया, और ये अफवाह कितने सत्य साबित होते हैं यह तो वक्त हीं बतायेगा। इसका परिणाम आज रात को सबके सामने आ जायेगा जिसमे फेड की बयानबाजी उतनी नरम नहीं होगी जितनी मार्केट को उम्मीद है, डॉलर 97वें फिगर पर लौट जायेगा। हालाँकि, अगर पॉवेल अफवाहों की पुस्टि करते हैं (खासकर क्या फेड यील्ड कर्व को नियंत्रित रखते हैं) तो डॉलर फिर से सेल-ऑफ की लहर में डूब जायेगा।

फेड की मीटिंग के निर्णयों की घोषणा से पहले डॉलर कमज़ोर हो गया

जहाँ तक EUR/USD जोड़े की बात है, कोट्स की दिशा फेड की मीटिंग पर निर्भर करेगी। इसी निर्णय से यह निर्धारित किया जायेगा कि यह जोड़ा अपने ऊपर के मूवमेंट को 12वें फिगर के बेस तक बरकार रख पाता है कि नही। फिर भी, दैनिक चार्ट पर नज़र डालें तो एक बुलिश मूड नज़र आता है क्योंकि बोलिंजर बैंड के मध्य और ऊपरी रेखाओं के बीच और साथ ही इचिमोकू संकेतक की सभी लाइनों के ऊपर कोट्स बने हुए हैं। इस टेक्निकल पिक्चर के बावजूद, सलाह दी जाती है कि आज के आने वाले रिजल्ट के आधार पर हीं ट्रेडिंग के निर्णय लें।

Analyst InstaForex
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