संयुक्त राज्य अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की संरक्षणवादी ट्रेड नीतियों को लेकर अविश्वास की लहर फैलती जा रही है। गैलप के नए शोध के अनुसार, अमेरिकी जनता का बड़ा हिस्सा ट्रम्प के दृष्टिकोण को प्रभावी नहीं मानता है। 70% लोग मानते हैं कि उनके टैरिफ अमेरिका की आर्थिक वृद्धि को नुकसान पहुंचाएंगे। ये नतीजे व्हाइट हाउस के लिए चेतावनी साबित हो सकते हैं।
इस सर्वे में सामने आया कि अधिकांश अमेरिकियों को ट्रम्प की संरक्षणवादी नीति से दीर्घकालिक लाभ की उम्मीद नहीं है। करीब 62% का मानना है कि आयात शुल्क बढ़ाने से अंततः अमेरिकी अर्थव्यवस्था को नुकसान होगा।
इसके अलावा, 70% उत्तरदाताओं को उम्मीद है कि प्रशासन द्वारा शुरू की गई टैरिफ वॉर निकट भविष्य में अमेरिका की विकास क्षमता को कमजोर करेगी। सर्वे में शामिल 89% लोग चिंतित हैं कि उपभोक्ता वस्तुओं की एक विस्तृत श्रेणी की कीमतें तेजी से बढ़ेंगी।
कई अर्थशास्त्री अब इस स्थिति को बेहद गंभीर बता रहे हैं। लगभग एक-तिहाई अमेरिकी (31%) का कहना है कि वे बढ़ते टैरिफ के आर्थिक प्रभावों को सहन नहीं कर सकते और इसे एक अत्यधिक व्यापार नीति मानते हैं। वहीं, कुछ लोग (20%) कहते हैं कि वे कुछ महीनों तक कठिनाई सहने को तैयार हैं, 22% एक वर्ष तक, और केवल 15% दो से तीन वर्षों तक।
इससे पहले फ्रांस के सेंट्रल बैंक “बांक दे फ्रांस” के गवर्नर फ्रांस्वा विलेरॉय दे गाल्हा ने भी चेतावनी दी थी कि ट्रम्प की संरक्षणवादी नीतियों से अमेरिका और वैश्विक अर्थव्यवस्था दोनों को पहले ही नुकसान हो चुका है। यह टिप्पणी उस समय आई जब अमेरिकी जीडीपी वृद्धि के अनुमानों में भारी गिरावट देखी जा रही थी। 2025 की शुरुआत में विश्लेषकों ने वर्ष के अंत तक 2.5% विकास दर की भविष्यवाणी की थी, लेकिन अब यह घटकर केवल 0.1% तक आ गई है।
ट्रम्प के टैरिफ बढ़ोतरी का एक और प्रभाव अमेरिका में उपभोक्ता बाजारों में तेजी से बढ़ती महंगाई के रूप में सामने आया है, जिससे आम परिवारों पर आर्थिक दबाव और बढ़ गया है।