जापान अपनी स्थिति पर अडिग है। देश के नेतृत्व ने अमेरिकी टैरिफ पर अपना रुख नहीं बदला है और इन टैरिफों को हटाने की मांग कर रहा है। जापान के प्रमुख ट्रेड वार्ताकार रयोसेई अकाज़ावा के अनुसार, टोक्यो अपने रुख पर अटल है और पीछे हटने का कोई इरादा नहीं रखता।
हालाँकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार ने जापान सहित कुछ देशों पर जवाबी टैरिफ बढ़ाने की योजनाओं को स्थगित कर दिया है, लेकिन स्टील, एल्युमिनियम और ऑटो पार्ट्स जैसी वस्तुओं पर मूल 10% टैरिफ अब भी लागू हैं।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अकाज़ावा ने इन जवाबी टैरिफों और विशिष्ट वस्तुओं पर लगाए गए व्यापारिक शुल्कों को "बेहद दुर्भाग्यपूर्ण" बताया। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि जब तक टैरिफ नहीं हटाए जाते, विशेषकर ऑटोमोबाइल और ऑटो पार्ट्स पर लगे 25% शुल्क, तब तक वॉशिंगटन के साथ कोई भी समझौता व्यर्थ होगा। जापान का ऑटोमोबाइल सेक्टर उसकी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। इस मुद्दे पर टोक्यो की स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ है, अकाज़ावा ने दोहराया।
गौरतलब है कि 19 मई को वाशिंगटन में अमेरिकी और जापानी अधिकारियों के बीच कार्यस्तरीय ट्रेड वार्ता हुई थी। ट्रंप की टैरिफ नीतियों के बाद अमेरिका के साथ बातचीत शुरू करने वाले पहले देशों में से एक होने के बावजूद, जापान अब तक व्हाइट हाउस के साथ कोई समझौता नहीं कर पाया है। अमेरिका द्वारा जापान के लिए निर्धारित 24% टैरिफ की मौजूदा छूट जुलाई में समाप्त हो जाएगी, यदि तब तक कोई समझौता नहीं होता।