एलन मस्क को अमेरिका के "डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी" (DOGE) में उनकी भूमिका को लेकर अदालत में पेश होना है, जो टेस्ला के सीईओ के लिए एक और कानूनी चुनौती बन गई है।
अदालत के अधिकारियों के अनुसार, अमेरिका के 14 राज्यों द्वारा दायर एक मुकदमे में जल्द ही सुनवाई फिर से शुरू होगी। यह मुकदमा DOGE में मस्क की भूमिका की वैधता को चुनौती देता है — यह एक संघीय संस्था है जिसे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में एक कार्यकारी आदेश के तहत स्थापित किया गया था।
मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि टेस्ला के सीईओ को औपचारिक रूप से "विशेष सरकारी कर्मचारी" के रूप में नियुक्त किया गया था, लेकिन व्यवहार में वह DOGE के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में कार्य कर रहे थे। यह विभाग बिना कांग्रेस की मंजूरी के सिर्फ एक कार्यकारी आदेश से बनाया गया था। रिपोर्ट्स के अनुसार, मस्क को संघीय खर्च, स्टाफिंग और विनियामक कार्रवाई पर व्यापक अधिकार दिए गए थे।
वादी पक्ष का दावा है कि मस्क और DOGE ने एकतरफा रूप से सरकारी एजेंसियों को समाप्त किया, संघीय अनुबंधों को रद्द किया और गोपनीय सिस्टम्स तक पहुंच बनाई। अदालत में दायर दस्तावेजों के अनुसार, ये कार्य अमेरिकी संविधान के "नियुक्ति प्रावधान" (Appointments Clause) का उल्लंघन करते हैं।
42 पन्नों की एक राय में, न्यायाधीश ने एलन मस्क और DOGE के खिलाफ मुकदमे को खारिज करने की प्रतिवादियों की याचिका अस्वीकार कर दी और 14 राज्यों द्वारा दायर मुकदमे को आगे बढ़ाने की अनुमति दी। अदालत ने पाया कि DOGE की स्थापना का कोई विधायी या संवैधानिक आधार नहीं था और मस्क का कथित आचरण कानूनी सीमाओं से परे था। हालांकि, न्यायाधीश ने राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया, यह कहते हुए कि न्यायपालिका राष्ट्रपति के विवेकाधीन कार्यों में हस्तक्षेप नहीं कर सकती।