एक ऐतिहासिक क्षण आ चुका है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने डॉलर से जुड़ी स्टेबलकॉइनों को विनियमित करने वाला विधेयक साइन कर दिया है। अब अमेरिका पहले से कहीं ज्यादा वैश्विक क्रिप्टो राजधानी बनने के करीब पहुंच गया है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने GENIUS Act पर हस्ताक्षर किए, जो अमेरिकी डॉलर से जुड़ी स्टेबलकॉइनों के लिए एक नियामक ढांचा स्थापित करता है। इससे पहले इस विधेयक को अमेरिकी सीनेट ने पारित कर राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के लिए भेजा था।
इसके अलावा, अमेरिकी कांग्रेस ने देश के डिजिटल वित्तीय परिसंपत्ति बाज़ार को विनियमित करने वाले तीन और विधेयकों को मंजूरी दी। इस घटनाक्रम से बाजारों में हलचल मच गई और बिटकॉइन की कीमत में उछाल आया।
व्हाइट हाउस की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया,
"राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप ने GENIUS Act को क़ानून का दर्जा दिया, जो एक ऐतिहासिक कानून है और यह अमेरिका को वैश्विक डिजिटल मुद्रा क्रांति में नेतृत्व प्रदान करने का मार्ग प्रशस्त करेगा।"
इससे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति ने अमेरिका को वैश्विक क्रिप्टोकरेंसी राजधानी में बदलने का वादा किया था। मार्च 2025 में, ट्रंप ने डिजिटल परिसंपत्तियों का एक रणनीतिक भंडार बनाने की पहल की थी, जिसमें कार्डानो (ADA), सोलाना (SOL), और रिपल (XRP) जैसे टोकन शामिल हैं।