एसओएस! इमरजेंसी!
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार पीटर नवारो के अनुसार, अगर टैरिफ़ को अवैध घोषित किया गया तो अमेरिका बर्बादी की कगार पर होगा। उनका कहना है कि ऐसी आपदा को हर हाल में टाला जाना चाहिए।
अगर राष्ट्रीय सुप्रीम कोर्ट यह फैसला देता है कि राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा लगाए गए अधिकांश आयात टैरिफ़ अवैध हैं, तो अमेरिका पतन का सामना कर सकता है। यह राय व्हाइट हाउस के ट्रेड सलाहकार पीटर नवारो की है।
इससे पहले, अमेरिकी कोर्ट ऑफ अपील्स ने कहा था कि राष्ट्रपति को इंटरनेशनल इमरजेंसी इकनॉमिक पावर्स एक्ट का इस्तेमाल कर तीसरे देशों से आने वाले उत्पादों पर टैरिफ़ लगाने का अधिकार नहीं है। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस फैसले की आलोचना की। अब वैश्विक कस्टम टैरिफ़ का भविष्य अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के हाथों में है।
पीटर नवारो का मानना है कि अपील्स कोर्ट द्वारा दिया गया फैसला व्हाइट हाउस प्रशासन की पूरी विदेशी आर्थिक नीतियों पर सवाल उठाता है। उन्होंने ऐसे निर्णय को पक्षपातपूर्ण अन्याय का सबसे बुरा रूप बताया। नवारो का मानना है कि इस मुद्दे का नतीजा अमेरिका के भविष्य के लिए निर्णायक होगा। उनका कहना है कि अगर केस हार गया, तो राष्ट्रपति ट्रंप सही साबित होंगे और इसका मतलब अमेरिका का अंत होगा।
इससे पहले, अपील्स कोर्ट के फैसले पर टिप्पणी करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि आयात टैरिफ़ के बिना अमेरिकी अर्थव्यवस्था पूरी तरह तबाह हो सकती थी। उनका मानना है कि सख़्त कस्टम नीति अमेरिकी बजट में खरबों डॉलर की अतिरिक्त आमद करा सकती है। व्हाइट हाउस प्रमुख के अनुसार, इतनी बड़ी धनराशि का प्रवाह बढ़ते संघीय घाटे को कम करने में मददगार हो सकता है। हालांकि, ट्रंप ने यह भी ज़ोर दिया कि अगर टैरिफ़ को अवैध घोषित कर दिया गया, तो अमेरिका का जीडीपी लगभग 15 ट्रिलियन डॉलर के निवेश से हाथ धो सकता है।