आर्थर हेयेस, क्रिप्टो एक्सचेंज BitMEX के पूर्व सीईओ और क्रिप्टो मार्केट के प्रमुख विचारकों में से एक, अपने रुख पर कायम हैं: उनके अनुसार, बिटकॉइन अब “केवल ऊपर” मोड में जाने के लिए तैयार है। लेकिन यह तभी संभव होगा जब एक सख़्त शर्त पूरी होगी—और इसका ब्लॉकचेन से कोई लेना-देना नहीं है।
वर्तमान में अमेरिकी ट्रेज़री के खाते में 816 अरब डॉलर जमा हैं। हेयेस के मुताबिक, इसका लक्ष्य स्तर लगभग 850 अरब डॉलर है। जैसे ही यह सीमा पूरी होगी, लिक्विडिटी का निकास रुक जाएगा और पैसा दोबारा बाज़ारों की ओर बहने लगेगा।
हेयेस का मानना है, “यह पूरे वित्तीय तंत्र के लिए निर्णायक पल होगा।” वे जोड़ते हैं कि क्रिप्टोकरेंसीज़—ख़ास तौर पर बिटकॉइन—इसका सबसे बड़ा फ़ायदा उठाएँगी, क्योंकि वे पारदर्शिता और नियामक कार्रवाइयों से स्वतंत्र हैं।
हालाँकि, हेयेस यह भी स्पष्ट करते हैं कि “केवल ऊपर” का मतलब यह नहीं है कि हमेशा और बिना रुके वृद्धि होगी। बाज़ारों का रुख बदल सकता है। लेकिन रुझानों को देखते हुए, हर नई लिक्विडिटी की लहर डिजिटल एसेट्स की स्थिति को और मजबूत करती जा रही है।
इससे पहले भी हेयेस ने कहा था कि बिटकॉइन के 1 मिलियन डॉलर से ऊपर जाने की संभावना है। मगर उनका मानना है कि इसके लिए सिर्फ़ एक नहीं बल्कि दो उत्प्रेरक (catalysts) चाहिए। दूसरा उत्प्रेरक होगा—फेडरल रिज़र्व बोर्ड में बदलाव। हेयेस का मानना है कि एक नए फेड चेयरमैन से अमेरिका की मौद्रिक नीति में पूरी तरह बदलाव आएगा और अंततः क्रिप्टोकरेंसीज़ को मुख्यधारा की एसेट क्लास के रूप में मान्यता मिल जाएगी।
इसलिए निकट भविष्य में बाज़ार ट्रेज़री की बैलेंस शीट पर बारीकी से नज़र रखेगा। यही वजह है कि ट्रेडर्स अत्यधिक अस्थिरता और शायद बिटकॉइन की कीमत में तेज़ उछाल के लिए तैयार हैं।