सप्ताह की शुरुआत धमाकेदार रही, क्योंकि सोने की कीमतें आत्मविश्वास के साथ ऐतिहासिक ऊँचाइयों की ओर बढ़ीं — जिससे बाज़ार को एक बार फिर याद आया कि सोना हमेशा से ही मूल्य रिकॉर्ड स्थापित करने वाला एसेट रहा है। एशियाई ट्रेडिंग के शुरुआती घंटों में स्पॉट गोल्ड की कीमत 0.8% बढ़कर $3,920.31 प्रति औंस पर पहुँच गई। वहीं दिसंबर वायदा अनुबंध (futures) भी ज़्यादा पीछे नहीं रहे और $3,944.45 के स्तर का परीक्षण किया।
निवेशकों के पास सोने के प्रति नए उत्साह के कई कारण हैं। दिन की शुरुआत में ही जापानी येन में तेज़ गिरावट आई, जहाँ USD/JPY जोड़ी 1.4% उछलकर 149.58 पर पहुँच गई। जापानी मुद्रा पर दबाव तब बढ़ा जब साने ताकाइची (Sanae Takaichi), जो ढीली राजकोषीय नीति (loose fiscal policy) की समर्थक हैं, जापान की सत्तारूढ़ पार्टी की नई नेता चुनी गईं। बाज़ार में कई लोगों के लिए यह संकेत है कि जापान का “उदार आर्थिक प्रोत्साहन युग” (stimulus era) शायद और आगे बढ़ेगा।
प्रशांत महासागर के उस पार, संयुक्त राज्य अमेरिका में, आगामी फेडरल रिजर्व (Fed) दर कटौती को लेकर विश्वास लगभग ध्यानमय शांति की स्थिति में पहुँच गया है। ट्रेडर्स अब 99% संभावना मान रहे हैं कि इस शरद ऋतु की FOMC बैठक में ब्याज दरों में कटौती की घोषणा होगी। इस पृष्ठभूमि में डॉलर कमजोर पड़ा और बॉन्ड यील्ड्स भी विश्लेषकों की नरम होती भावनाओं के साथ गिर गईं।
और अंत में, अमेरिकी राजनीति की “क्लासिक चेरी ऑन टॉप” — एक और बजट वार्ता दौर अब सरकार के शटडाउन (shutdown) के जोखिम में बदल गया है। हालाँकि विदेशी बाज़ारों ने इस खबर को ज़्यादा तवज्जो नहीं दी, लेकिन सोने की बढ़ती मांग यह दिखाती है कि कुछ निवेशक इस समय कोई जोखिम उठाने के मूड में नहीं हैं।