अमेरिकी टेक दिग्गज एनवीडिया (Nvidia) ने इतिहास रच दिया है — यह पहली कंपनी बन गई है जिसका मार्केट कैप $4.5 ट्रिलियन से अधिक पहुँच गया है। आसान शब्दों में कहें तो अब इसकी कीमत कई देशों की अर्थव्यवस्था से भी ज़्यादा है। कंपनी के शेयर एक ही दिन में 3% तक उछल रहे हैं, जो उसके ऊँचे लक्ष्यों और निवेशकों के विश्वास को दर्शाता है।
पिछले चार वर्षों में एनवीडिया का मार्केट कैप लगभग नौ गुना बढ़ गया है। कुछ लोग इसे “टेक्नोलॉजिकल ब्रेकथ्रू” कहते हैं, तो कुछ इसे “बबल” (सट्टा उछाल) मानते हैं। फिर भी एक तथ्य स्पष्ट है — एनवीडिया के चिप्स अब दुनिया के सबसे महंगे शहरों से भी ज़्यादा मूल्यवान हो चुके हैं।
कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डेटा सेंटर्स में अरबों डॉलर झोंक रही है, जिससे उसके GPU इस सदी के “वेल्थ मैग्नेट” बन गए हैं। यह सिर्फ़ एक ट्रेंड नहीं है — सिटीग्रुप, गूगल और मेटा जैसी बड़ी कंपनियाँ अब एनवीडिया को सिलिकॉन वैली के नए “किंग” के रूप में देखने लगी हैं।
कुछ विश्लेषकों ने तो कंपनी के शेयर का लक्ष्य मूल्य $210 तक बढ़ा दिया है, जो बाज़ार के लिए मानो हरी झंडी का संकेत है कि यह उन्माद जारी रह सकता है। आखिर और कैसे समझाया जाए कि अब इस कंपनी के शेयर कई देशों की पूरी अर्थव्यवस्था से ज़्यादा मूल्यवान हो चुके हैं?
संक्षेप में, एनवीडिया अब सिर्फ़ एक टेक कंपनी नहीं रही — यह एक “जीवित मार्केट मीम” बन गई है, और इस बात का प्रमाण भी कि निवेशक सिर्फ़ पैसे से नहीं, बल्कि तेज़ी से बढ़ती दास्तानों और “अछूते दिग्गजों” की कहानियों से भी प्यार करते हैं।