जब डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति क्षमादान (presidential pardons) की घोषणा की, तो यह उम्मीद की जा रही थी कि दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेन्सी एक्सचेंज Binance के संस्थापक चांगपेंग झाओ (Changpeng Zhao) का नाम सबको परिचित होगा।
लेकिन ट्रंप ने चौंकाने वाला बयान देते हुए कहा — “मुझे नहीं पता वह कौन है।”
यह बात इसलिए उल्लेखनीय है क्योंकि उन्हीं के हस्ताक्षर से मनी लॉन्ड्रिंग और राष्ट्रीय सुरक्षा जोखिमों से जुड़े वे आरोप हटे, जिनकी वजह से झाओ को चार महीने की जेल हो सकती थी।
ट्रंप ने इस पूरे मामले को जो बाइडन द्वारा रची गई “चुड़ैल-शिकार मुहिम” (witch hunt) बताया।
स्पष्टीकरण के प्रयास में, CBS News की वरिष्ठ संवाददाता नोरा ओ’डॉनेल ने पूछा कि Binance ने ट्रंप परिवार की कंपनी World Liberty Financial के लिए 2 अरब डॉलर के स्टेबलकॉइन की खरीद कैसे संभव करवाई।
इस पर ट्रंप ने ईमानदारी से कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है, क्योंकि वे “बहुत व्यस्त” रहते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि उनके बेटे, जो सरकार में कार्यरत नहीं हैं, क्रिप्टो से जुड़े हुए हैं, और इसमें हितों का कोई टकराव नहीं है।
उनके अनुसार, क्रिप्टो “एक शानदार उद्योग” है।
गौर करने वाली बात यह है कि झाओ ने 2023 में मनी लॉन्ड्रिंग में मदद करने के अपराध को स्वीकार किया था।
उन्होंने 4.3 अरब डॉलर का जुर्माना भरने और चार महीने की जेल की सज़ा काटने पर सहमति जताई थी।
फिर भी, अमेरिकी सीनेटर एलिज़ाबेथ वॉरेन ने इस क्षमादान को “राजनीतिक भ्रष्टाचार का उदाहरण” बताया।
इसके जवाब में ट्रंप ने अपने मशहूर व्यंग्यात्मक अंदाज़ में कहा —
“मुझे नहीं पता वह कौन है।”