रूसी रूबल ने 1994 के बाद से अपना सबसे मजबूत प्रदर्शन दिखाते हुए 2025 में प्रमुख वैश्विक मुद्राओं को पीछे छोड़ दिया है। ब्लूमबर्ग के अनुसार, रूबल में 45% की बढ़त दर्ज की गई और यह दुनिया की शीर्ष 5 सबसे लाभदायक परिसंपत्तियों में शामिल हो गया। वर्ष के अंत तक यह लगभग 78 रूबल प्रति डॉलर के स्तर पर कारोबार कर रहा था। यह रुझान रूसी वित्तीय बाज़ार में संरचनात्मक बदलावों को दर्शाता है।
रूबल की मजबूती का मुख्य कारण रूस में विदेशी मुद्रा की मांग में कमी है। रूसी निवेशकों के लिए रूबल-मूल्यांकित परिसंपत्तियां केंद्रीय बैंक की मौजूदा मौद्रिक नीति के चलते अधिक आकर्षक बन गई हैं। रूस के केंद्रीय बैंक की गवर्नर एलविरा नबीउलिना ने 19 दिसंबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि आयात प्रतिस्थापन उपायों, घरेलू उत्पादकों को समर्थन और लागू की गई मौद्रिक नीति के प्रभाव के कारण विदेशी मुद्रा की आवश्यकता घट रही है।
रूबल की यह मजबूती रूसी परिसंपत्तियों के लिए अनुकूल माहौल बनाती है, साथ ही यह अर्थव्यवस्था में हो रहे संरचनात्मक बदलावों को भी दर्शाती है। विदेशी निवेश और तकनीकों तक पहुंच पर लगी सीमाएं पूंजी को घरेलू बाज़ार की ओर मोड़ रही हैं। रूबल-मूल्यांकित परिसंपत्तियों की बढ़ती आकर्षणशीलता यह संकेत देती है कि प्रतिबंधों के दबाव के बावजूद केंद्रीय बैंक की नीति विनिमय दर को स्थिर रखने में सफल रही है।