OECD के अनुसार, ग्लोबल इकॉनमी डोनाल्ड ट्रंप के ट्रेड टैरिफ का सामना उम्मीद से बेहतर कर रही है, क्योंकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में बड़े इन्वेस्टमेंट और सपोर्टिव फिस्कल और मॉनेटरी पॉलिसी से एक्टिविटी को सपोर्ट मिल रहा है।
हालांकि ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा लगाए गए ट्रेड प्रतिबंधों का कुछ खास सेक्टर और देशों पर बुरा असर पड़ा है, लेकिन ग्लोबल इकॉनमिक ग्रोथ कई इकॉनमिस्ट के अनुमान से ज़्यादा मज़बूत साबित हुई है। इस मज़बूती का एक मुख्य कारण टेक्नोलॉजिकल प्रोग्रेस है, खासकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में। बड़े पैमाने पर AI इन्वेस्टमेंट—प्राइवेट सेक्टर और सरकारों दोनों से—ने अलग-अलग इंडस्ट्री में प्रोडक्टिविटी और एफिशिएंसी बढ़ाने में मदद की है। प्रोसेस के ऑटोमेशन, सप्लाई चेन के ऑप्टिमाइज़ेशन और नए AI-बेस्ड प्रोडक्ट्स और सर्विसेज़ के डेवलपमेंट ने ट्रेड वॉर के कुछ बुरे असर को कम किया है।
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*यहां पर लिखा गया बाजार विश्लेषण आपकी जागरूकता बढ़ाने के लिए किया है, लेकिन व्यापार करने के लिए निर्देश देने के लिए नहीं |