ब्रिटिश अर्थव्यवस्था के लिए अच्छे दिन आ गए हैं। 30 जून को अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम के बीच एक नया ट्रेड एग्रीमेंट आधिकारिक रूप से प्रभावी हो गया है। इस समझौते के तहत अमेरिका द्वारा ब्रिटिश ऑटोमोबाइल और एयरोस्पेस कंपोनेंट्स के निर्यात पर लगाए गए टैरिफ में कमी की जाएगी, जिससे यूके की प्रमुख इंडस्ट्रीज़ को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
अब ब्रिटिश वाहन निर्माता हर साल 1,00,000 तक गाड़ियाँ अमेरिका को सिर्फ 10% टैरिफ दर पर निर्यात कर सकेंगे, जो पहले 27.5% थी। वहीं, विमान इंजनों और उनके पुर्जों पर लगने वाला टैरिफ पूरी तरह से हटा दिया गया है।
हालाँकि, स्टील और एल्युमिनियम टैरिफ से जुड़ी समस्याएँ अब भी सुलझी नहीं हैं, और यह साफ़ नहीं है कि इन मामलों का अंतिम समाधान कैसे किया जाएगा। फिलहाल, ब्रिटिश स्टील निर्यात पर 50% टैरिफ से अस्थायी छूट मिली हुई है, लेकिन यह अमेरिकी अधिकारियों द्वारा दी गई छूट 9 जुलाई को समाप्त हो रही है, जिसके बाद ये शुल्क फिर से लागू हो सकते हैं। स्थिति को स्थिर करने के लिए एक नया द्विपक्षीय समझौता आवश्यक है, जो अब तक नहीं हो सका है।
यह नया समझौता ब्रिटिश ऑटोमोबाइल और एयरोस्पेस उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने की उम्मीद है, लेकिन स्टील उत्पादकों के लिए हालात अब भी अनिश्चित बने हुए हैं। अब तक इस सेक्टर के लिए कोई दीर्घकालिक टैरिफ छूट सुनिश्चित नहीं की गई है।