कनाडा ने एक साहसिक कदम उठाया है। कनाडाई सरकार ने अमेरिका के साथ व्यापार और सुरक्षा वार्ताओं को फिर से शुरू करने की रणनीतिक कोशिश के तहत अपने पहले के डिजिटल सर्विस टैक्स (DST) को रद्द कर दिया है। दिलचस्प बात यह है कि यह टैक्स वास्तव में एक बड़ा रोड़ा बन गया था। ऐसे में इसके हटने से नए संवाद का रास्ता खुल गया है। अब दोनों देश 21 जुलाई तक एक आपसी लाभकारी समझौते पर पहुँचने का इरादा रखते हैं।
कनाडा के वित्त मंत्री फ़्रांस्वा-फिलिप शैंपेन के अनुसार, सरकार 30 जून से शुरू होने वाली DST की वसूली को निलंबित कर देगी और डिजिटल सर्विस टैक्स एक्ट को रद्द करने के लिए एक विधेयक पेश करेगी, जो कनाडा में काम कर रही बड़ी टेक कंपनियों को लक्षित करता था। यह टैक्स 2020 में लागू किया गया था और अमेरिकी अधिकारियों द्वारा इसे लंबे समय से व्यापक व्यापार वार्ताओं में एक प्रमुख अड़चन माना जा रहा था।
यह फैसला उस समय आया जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अचानक व्यापार वार्ताएं रोक दीं और DST को “स्पष्ट हमला” बताया। इसके जवाब में कनाडाई सरकार के पास इस विवादास्पद टैक्स को वापस लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा।
शैंपेन ने कहा, “डिजिटल सर्विस टैक्स को हटाने से अमेरिका के साथ नए आर्थिक संबंधों और सुरक्षा सहयोग पर बातचीत में महत्वपूर्ण प्रगति हो सकेगी।”
दिलचस्प बात यह है कि प्रधानमंत्री मार्क कार्नी और राष्ट्रपति ट्रंप ने वार्ताओं को तुरंत शुरू करने पर सहमति जताई है, ताकि दोनों देशों के कर्मचारियों और व्यवसायों को समर्थन देने वाला एक व्यापक समझौता किया जा सके। कार्नी के अनुसार, कनाडा इस समझौते को अंतिम रूप देने के लिए “जरूरत के अनुसार जितना समय लगे,” देने को तैयार है।