विश्व बैंक ने चीन के निर्यात और व्यापक क्षेत्रीय परिदृश्य के लिए एक सकारात्मक संकेत दिया है। संस्था ने 2025 के लिए चीन की वृद्धि दर का अनुमान बढ़ाकर 4.8% कर दिया है — एक ऐसा आँकड़ा जिसे निवेशक हलकों में ज़रूर सराहा जाएगा। 2026 के लिए अनुमान भी थोड़ा बढ़ा है, अब वृद्धि 4.0% से बढ़कर 4.2% रहने की उम्मीद है। फिर भी, विश्व बैंक ने चेतावनी दी है कि अगले वर्ष विकास की गति कमजोर पड़ सकती है, इसलिए जश्न मनाना अभी जल्दबाज़ी होगी।
कारण स्पष्ट हैं — निर्यात में सुस्ती, बजट और ऋण से जुड़ी चुनौतियाँ जो सरकार को राजकोषीय प्रोत्साहन (fiscal stimulus) सीमित करने पर मजबूर कर रही हैं, और आर्थिक मंदी इतनी गहराई से जड़ जमा चुकी है कि अब यह देश की विकास रणनीति का ही हिस्सा बन गई है।
पूर्वी एशिया और प्रशांत क्षेत्र में भी वृद्धि की संभावनाएँ बेहतर हुई हैं। इस वर्ष क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में 4.4% विस्तार होने की उम्मीद है। हालाँकि, 2026 के लिए पूर्वानुमान अपरिवर्तित है, क्योंकि नीति-निर्माता अब भी अनिश्चितताओं के बीच “प्रतीक्षा और अवलोकन” (wait-and-see) का रुख अपनाए हुए हैं।
फिर भी, विश्व बैंक ने यह भी उल्लेख किया है कि कमज़ोर उपभोक्ता और व्यावसायिक विश्वास, साथ ही निर्यात ऑर्डरों में गिरावट, क्षेत्र की संभावनाओं पर दबाव बनाए हुए हैं। इन प्रतिकूल परिस्थितियों के चलते, कुल मिलाकर वृद्धि का दृष्टिकोण अब भी अनिश्चित बना हुआ है।