एआई की मांग फिलहाल धीमी पड़ती नहीं दिख रही है, क्योंकि डेटा सेंटर्स लगातार विस्तार कर रहे हैं। इसलिए निवेशक अब यह सोच रहे हैं कि क्या एआई सेक्टर की मौजूदा वैल्यूएशन ज़्यादा आंकी जा रही है।
ब्रॉडकॉम पहले से ही एक तरह के एकाधिकारवादी खिलाड़ी की तरह दिख रहा है — कीबैंक के विश्लेषक इसे “प्रमुख एआई एएसआईसी सप्लायर” कहते हैं, और यह बिना कारण नहीं है। कंपनी गूगल, बाइटडांस, मेटा, ओपनएआई और एप्पल जैसी दिग्गज कंपनियों के लिए सर्वर सुविधाएँ प्रदान करने की तैयारी कर रही है। यानी पूरा टेक जगत अब इसके चिप्स की कतार में है।
ओपनएआई के साथ $10 बिलियन का सौदा मार्जिन पर दबाव डाल सकता है, लेकिन जैसा कि बाज़ार में कहा जाता है, “मुनाफे पर चोट, नाम पर बढ़त।” ब्रॉडकॉम एआई इंफ्रास्ट्रक्चर पर अपनी पकड़ मज़बूत कर रहा है और अपनी आमदनी को तेज़ी से बढ़ा रहा है।
एनविडिया अब भी “हर तिमाही एक नया रिकॉर्ड” मोड में काम कर रही है। कीबैंक को उम्मीद है कि कंपनी फिर से उम्मीदों से बेहतर प्रदर्शन करेगी और अपने अगले दिशा-निर्देश (फॉरवर्ड गाइडेंस) को बढ़ाएगी — जिसका श्रेय बड़े पैमाने पर हाइपरस्केलर मांग को जाएगा।
GB200 और GB300 तेज़ी से उत्पादन में आ रहे हैं, CoWoS अपनी पैकेजिंग क्षमता बढ़ा रहा है, और RTX6000D फिर से चीन के बाजार में लौट रहा है। कीबैंक के अनुसार, इस साल लगभग 30,000 सर्वर रैक तैयार होंगे और अगले साल यह संख्या 50,000 तक पहुँच सकती है।
जब सबका ध्यान चिप्स पर है, मोनोलिथिक पावर सिस्टम्स (MPWR) चुपचाप एनविडिया के B300 HGX प्लेटफॉर्म में अपनी हिस्सेदारी 30% से बढ़ाकर 50% तक कर रहा है।
इसके अलावा, MPWR उन कंपनियों से भी मुनाफा कमा रहा है जो एआई से मुनाफा कमा रही हैं। एंटरप्राइज़ डेटा में राजस्व वृद्धि ने पहले की चिंताओं को पीछे छोड़ दिया है, और अब MPWR एनविडिया के हार्डवेयर चक्र का प्रमुख लाभार्थी बनता दिख रहा है। कई बार “दूसरा नाम” होना भी ज़्यादा फ़ायदेमंद साबित होता है।
सिलिकॉन लैब्स भी वापसी कर रहा है — तनाव से नहीं, बल्कि धीमे चक्रों से। इसके नए निरंतर ग्लूकोज़ मॉनिटरिंग उपकरणों को अधिक अनुमोदन मिल रहे हैं। साथ ही, स्मार्ट मीटर और इलेक्ट्रॉनिक शेल्फ लेबल्स का उत्पादन भी तेज़ी से बढ़ रहा है।