ब्रिजवॉटर एसोसिएट्स के संस्थापक रे डालियो ने चेतावनी दी है कि अगर डोनाल्ड ट्रंप अपनी वर्तमान नीतियों के साथ आगे बढ़ते हैं, तो अमेरिकी संघीय ऋण 55 ट्रिलियन डॉलर तक पहुँच सकता है। उनके विश्लेषण के अनुसार, अगर मौजूदा राष्ट्रपति बड़े खर्च कार्यक्रम—जैसे वन बिग ब्यूटीफुल बिल एक्ट—लागू करते हैं, तो राष्ट्रीय ऋण में 17 ट्रिलियन डॉलर की और वृद्धि हो सकती है।
डालियो का कहना है कि ऋण में इस तरह की अभूतपूर्व बढ़ोतरी ब्याज भुगतान में तेज़ उछाल ला सकती है, जिससे सरकार की अन्य महत्वपूर्ण खर्चों को वित्तपोषित करने की क्षमता तेजी से कमजोर हो जाएगी। यह स्थिति अमेरिका को ऋण पक्षाघात (Debt Paralysis) की स्थिति में धकेल सकती है, जहाँ सरकार को बड़े पैमाने पर डॉलर छापने पड़ेंगे और इससे मुद्रा अवमूल्यन लगभग निश्चित होगा।
उनका मानना है कि स्थिति को स्थिर करने का एकमात्र तरीका दोनों पार्टियों के बीच राजनीतिक सहमति बनना है—जिसका अर्थ है सरकारी राजस्व बढ़ाना और अत्यधिक खर्च पर नियंत्रण लगाना। लेकिन मौजूदा अमेरिकी राजनीतिक माहौल अत्यधिक ध्रुवीकृत है, जिससे 2026 के कांग्रेस चुनावों से पहले किसी भी समझौते की संभावना बहुत कम है।
इस बीच, टैरिफ़ और बजट पर चल रही बहस के दौरान, ट्रंप बार-बार दावा करते रहे हैं कि नए टैरिफ़ राष्ट्रीय ऋण को तेज़ी से कम कर देंगे। लेकिन विश्व के प्रमुख अर्थशास्त्री चेतावनी देते हैं कि अगर बढ़ते खर्चों की भरपाई संरचनात्मक सुधारों और संतुलित राजकोषीय नीति से नहीं की गई, तो ऋण और मुद्रा संकट का गंभीर जोखिम पैदा हो सकता है।