गोल्डमैन सैक्स द्वारा 900 संस्थागत निवेशकों पर किए गए एक नए अध्ययन के अनुसार, 2026 तक सोना 5,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुँच सकता है। सर्वेक्षण के नतीजे 2025 में देखी गई मजबूत बाजार गतिशीलता के अनुरूप हैं, जब कीमती धातु ने ऐतिहासिक ऊँचाइयाँ छूईं और थोड़ी गिरावट के बाद तेजी से रिकवरी की।
निवेशक खुद बैंक से भी ज्यादा आशावादी नजर आ रहे हैं, क्योंकि गोल्डमैन सैक्स के आंतरिक अनुमान के अनुसार 2026 के अंत तक सोने की कीमत लगभग 4,900 डॉलर रह सकती है। हालांकि, विश्लेषकों का मानना है कि बुनियादी कारक कीमतों को उनकी अपनी उम्मीदों से भी ऊपर ले जा सकते हैं। इसका मुख्य कारण सेंट्रल बैंकों की मजबूत मांग है, जो लगातार अपने गोल्ड रिज़र्व बढ़ा रहे हैं और डॉलर पर निर्भरता कम कर रहे हैं। निजी निवेशकों की रुचि भी ऊँची बनी हुई है, जिससे वैश्विक अनिश्चितता के बीच सोने की पारंपरिक सुरक्षित निवेश के रूप में स्थिति और मजबूत होती है।
30 अक्टूबर को 4,336 डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुँचने के बाद आई सुधार के बावजूद, सोने ने जबरदस्त मजबूती दिखाई है। 28 नवंबर तक कीमतें दो हफ्तों के उच्च स्तर पर पहुँच गईं, और लगातार चार महीनों से तेजी का सिलसिला जारी है। यह साबित करता है कि मांग केवल डर से नहीं, बल्कि इस बाजार भरोसे से भी प्रेरित है कि बढ़ती धुंधली होती वैश्विक आर्थिक स्थिरता के बीच सोना उन गिने-चुने एसेट्स में से एक है जो लगातार अच्छा प्रदर्शन कर सकता है।